भारत में तेजी से बढ़ रही पेट्रोल और डीजल की कीमतों के वजह सिर्फ जनता ही भी बल्कि goverment भी चिंतित है। भारत सरकार इसको लेकर नई पहल करना चाहती है। जिससे लोगो को पेट्रोल और डीजल की जितनी कम जरूर पड़े उतनी ज्यादा बेहतर है। इसके लिए यह जरूरी है कि लोग इलेक्ट्रिक से चलने वाला ऑटो मोबाइल की तरफ रुख करें, और ऐसा हो भी रहा है क्योंकि सभी लोग पेट्रोल और डीजल से पीछा छुड़ाना चाहते हैं।
सरकार ने उठाया कदम
अब केंद्र सरकार के साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट (डीएसटी) और ग्रीन एनर्जी के थिंक टैंक साइंस एंड एनवायरमेंट सेंटर (सीएसई) द्वारा एक एक ऐसा मंच बनाने के लिए हाथ मिलने जा रही है, जो की भारत के लोगो के उनके जरूरत के हिसाब से नई इलेक्ट्रिक से चलने वाले गाड़ियों का डिजाइन किया जा सके।
वही CSE के एक बयान में ये कहा गया है की भारत अब नई टेक्नोलॉजी की ओर रूख करने का प्रयास करने जा रही है। जो नई तरह के इलेक्ट्रिक बैटरी का निर्माण करेगी। इसे तैयार करने के लिए भारत नई रूप रेखा तैयार कर रही है। जिसके बाद इस प्रक्रिया में और ज्यादा से ज्यादा सहयोग के लिए और भी कई विशेषज्ञ-उद्योग मंच भी बनाया जा सकता है।
CSE की रिचर्स डिवीजन की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनुमिता रॉय चौधरी द्वारा कहा गया की, ‘‘भारत इलेक्ट्रिक वाहनों को आगे बढ़ाने के लिए ‘फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स’ (एफएएमई) के साथ काम करने वाली ही और साथ ही इसके उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहनों पर भी काम कर रही है, मगर इसकी लागत, सुरक्षा और चार्जिंग सुविधाओं से जुड़ी अभी कई चुनौतियां हैं। जिसे निपटने के लिए हम पूरी तरह से तैयार है।
पहल का मुख्य उद्देश्य
अब बताते है की इस पहल का मुख्य उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए जितनी भी चुनौतियों सामने आ रही है उनसभी से हर संभव निपटारा हो से। साथ ही इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहन टेक्नोलॉजी को भी बढ़ावा दिया जाए। ताकि आने वाले वक्त में जितना ज्यादा हो सके इलेक्ट्रिक के छेत्र में विकाश हो पाए।
वही इलेक्ट्रिक से चलने वाले वाहनों की मांग भारत के बाजार में बढ़ते जा रहे हैं जो कि एक अच्छा न्यूज़ है। इससे हमे पर्यावरण में भी सुधार देखने को मिल सकता है।